Author: Shyam Maru

  • पूर्वाेत्तर रेलवे में खेल प्रतियोगिताएं

    पूर्वाेत्तर रेलवे में खेल प्रतियोगिताएं

    गोरखपुर। पूर्वाेत्तर रेलवे पर रेलवे सुरक्षा बल अंतर मंडलीय कुश्ती, कबड्डी, बास्केटबॉल, हॉकी एवं फुटबॉल खेल प्रतियोगिता-2025 का आयोजन किया गया। ये प्रतियोगिताएं सैयद मोदी रेलवे स्टेडियम मंे 09 अगस्त, 2025 तक चलेगीं।

    इस प्रतियोगिता में लखनऊ, इज्जतनगर, वाराणसी तथा मुख्यालय की टीम प्रतिभाग कर रही है जिसमें कुश्ती, कबड्डी, बास्केटबॉल, हॉकी फुटबॉल की प्रतियोगिता होंगी।

    प्रतियोगिता का आरम्भ में मुख्य अतिथि सहायक सुरक्षा आयुक्त रेलवे सुरक्षा बल गोरखपुर क्षेत्र सह सहायक आयोजन सचिव मनोज कुमार टुडू ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया। टुडू ने खेल की महत्ता को बताते हुए खेल में अनुशासन और खेल की भावना खेलने के लिए कहा।

  • दक्षिण मध्य रेलवे में सुरक्षा बैठक

    दक्षिण मध्य रेलवे में सुरक्षा बैठक

    हैदराबाद। दक्षिण मध्य रेलवे (एससीआर) ने रेल परिचालन में सुरक्षा बनाए रखने के लिए सतर्क दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता दोहराई है। सिकंदराबाद स्थित रेल निलयम में, 28 जुलाई को समीक्षा बैठक आयोजित की गई।

    बैठक में पूरे जोन के महत्वपूर्ण सुरक्षा पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया गया और इसमें सभी प्रमुख विभागाध्यक्षों ने भाग लिया। सिकंदराबाद, हैदराबाद, विजयवाड़ा, गुंटकल, गुंटूर और नांदेड़ के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कार्यवाही में शामिल हुए।

    महाप्रबंधक संजय कुमार श्रीवास्तव ने अधिकारियों को मानसून के दौरान सड़क के निचले पुलों (आरयूबी) पर जल जमाव रोकने के निर्देश दिए। उन्होंने पर्याप्त पम्पिंग सिस्टम और जल मापक यंत्र लगाने पर ज़ोर दिया।

  • मध्य रेल के भायखला स्टेशन पर स्टेशन महोत्सव

    मध्य रेल के भायखला स्टेशन पर स्टेशन महोत्सव

    मुम्बई। मध्य रेल की ओर से मुंबई मंडल के भायखला स्टेशन पर स्टेशन महोत्सव का आयोजन किया गया। इससे पहले छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस, नागपुर, रे रोड, आसनगांव, वासिंद, कसारा और इगतपुरी स्टेशनों पर स्टेशन महोत्सव आयोजित किया गया था।

    भायखला स्टेशन भारत के सबसे पुराने रेलवे स्टेशनों में से एक है, जो 1853 से परिचालित है। यह 16 अप्रैल 1853 को बोरीबंदर से तन्ना (जिसे अब ठाणे के नाम से जाना जाता है) तक भारतीय उपमहाद्वीप पर चलने वाली पहली ट्रेन के ठहरावों में से एक था। 1891 में निर्मित वर्तमान स्टेशन भवन विक्टोरियन वास्तुकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।

    स्टेशन महोत्सव समारोह के तहत सजावट और भव्य रंगोली के साथ स्टेशन उत्सवी रूप में तैयार किया गया था। समारोह में एक विरासत प्रदर्शनी भी आयोजित की गई जिसमें जीआईपीआर युग से संबंधित विभिन्न कलाकृतियाँ प्रदर्शित की गईं। पुराने भायखला स्टेशन के रेखाचित्र और श्वेत-श्याम तस्वीरें भी प्रदर्शित की गईं।

  • 2027 में त्र्यंबकेश्वर कुम्भ के लिए रेलवे की तैयारियां

    2027 में त्र्यंबकेश्वर कुम्भ के लिए रेलवे की तैयारियां

    नई दिल्ली। दो साल बाद वर्ष 2027 में त्र्यंबकेश्वर में होने वाले महाकुम्भ के लिए रेलवे ने तैयारियां शुरू कर दी है। रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई।

    बैठक में नासिक, त्र्यंबकेश्वर, भुसावल, मुम्बई, अकोला, अमरावती, नागपुर आदि स्थानों से स्पेशल रेलगाड़ियां चलाना, यात्रियों की भीड़ का नियंत्रित करने के उपाय और अन्य सम्बंधित तैयारियों की समीक्षा की गई।

    बैठक में मेला क्षेत्र के आसपास के 5 प्रमुख स्टेशनों पर यात्री यातायात प्रबंधन करने का निर्णया किया गया। इनमें नासिक रोड, देवलाली, ओढ़ा, खेरवाड़ी और कसबे सुकेणे में रेलगाड़ियों का आगमन-प्रस्थान करने का निर्णय किया गया।

  • कश्मीर घाटी में तेजी से हो रहा है रेलवे का विकास

    कश्मीर घाटी में तेजी से हो रहा है रेलवे का विकास

    नई दिल्ली। कश्मीर घाटी में यात्री सवारी डिब्बों के रखरखाव व अपग्रेड का कार्य 31 अगस्त 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा। श्रीनगर रेल लाइन के शुरू होने के साथ, यह जम्मू-कश्मीर को एक नई जीवन रेखा प्रदान करेगा।

    केंद्रीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि ट्रैक अपग्रेडेशन के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर में यात्री डिब्बों के रखरखाव और उन्नयन में एक आदर्श बदलाव आया है।

    जम्मू-श्रीनगर रेल लिंक के शुरू होने तक, कश्मीर घाटी का शेष भारतीय रेलवे नेटवर्क के साथ कोई रेल संपर्क नहीं था। कश्मीर घाटी में डीईएमयू/एमईएमयू रेकों को आवधिक अनुरक्षण और उन्नयन के लिए कार्यशाला में नहीं लाया जा सका।

    सड़क ट्रेलरों पर बडगाम से लखनऊ तक बोगियों को लाकर आवधिक मरम्मत (पीओएच) की जा रही थी। यह स्थिति सामान्य से कमज़ोर थी। पहली बार घाटी से रेक पीओएच के लिए रेल के माध्यम से लखनऊ लाए गए हैं।

  • वास्को-डा-गामा से वेलंकन्नी के लिए स्पेशल ट्रेन

    वास्को-डा-गामा से वेलंकन्नी के लिए स्पेशल ट्रेन

    हुबली। दक्षिण पश्चिम रेलवे ने तमिलनाडु के प्रमुख ईसाई तीर्थस्थल वेलंकन्नी आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष रेलगाड़ियां चलाने का निर्णय लिया है। दक्षिण पश्चिम रेलवे वास्को-द-गामा और वेलंकन्नी के बीच प्रत्येक दिशा में तीन फेरों के लिए विशेष ट्रेनें चलाएगा।

    ट्रेन संख्या 07361 वास्को-डा-गामा – वेलंकन्नी स्पेशल एक्सप्रेस 27 अगस्त, 1 सितंबर और 6 सितंबर 2025 (बुधवार, सोमवार और शनिवार) को रात 9.55 बजे वास्को-डा-गामा से प्रस्थान करेगी और शुक्रवार, बुधवार और सोमवार को तड़के 3.45 बजे वेलंकन्नी पहुंचेगी।

    वापसी दिशा में, ट्रेन संख्या 07362 वेलंकन्नी- वास्को-डा-गामा स्पेशल एक्सप्रेस 29 अगस्त, 3 सितंबर और 8 सितंबर शुक्रवार, बुधवार और सोमवार को सुबह 11.55 बजे वेलंकन्नी से रवाना होगी और अगले दिन रविवार, शुक्रवार और बुधवार तड़के 3.00 बजे वास्को-डा-गामा पहुंचेगी।

    ठहराव

    मडगांव, सनवोर्डेम, कुलेम, कैसल रॉक, लोंडा, धारवाड़, एसएसएस हुबली, एसएमएम हावेरी, दावणगेरे, चिकजाजुर, बिरूर, अरसीकेरे, तुमकुरु, एसएमवीटी बेंगलुरु, कृष्णराजपुरम, बंगारपेट, मोरप्पुर, बोम्मिदी, सेलम, नामक्कल, करूर, कुलीतलाई, तिरुचिरापल्ली, तंजावुर, निदामंगलम, तिरुवरुर और नागप्पट्टिनम।

    कोच

    ट्रेन में 21 कोच होंगे, जिनमें 1 एसी प्रथम श्रेणी, 1 एसी 2-टियर, 2 एसी 3-टियर, 11 स्लीपर क्लास, 4 सामान्य द्वितीय श्रेणी और 2 एसएलआर/डी कोच होंगे।

  • शताब्दी एक्सप्रेस में लगेगा अतिरिक्त कोच

    शताब्दी एक्सप्रेस में लगेगा अतिरिक्त कोच

    हुबली। केएसआर बेंगलुरु और डॉ. एमजीआर चेन्नई सेंट्रल के बीच चलने वाली शताब्दी एक्सप्रेस में एक अतिरिक्त एसी चेयर कार कोच जोड़ने का निर्णय लिया गया है।

    यह अतिरिक्त कोच 27 जुलाई, 2025 से केएसआर बेंगलुरु से प्रस्थान करने वाली और डॉ. एमजीआर चेन्नई सेंट्रल स्टेशन से प्रस्थान करने वाली दोनों शताब्दी एक्सप्रेस गाड़ी संख्या 12027ध्12028 के लिए उपलब्ध होगा।

    इससे पहले, शताब्दी एक्सप्रेस 17 डिब्बों के साथ चलती थी। इस अतिरिक्त डिब्बे के जुड़ने से, कुल डिब्बों की संख्या बढ़कर 18 हो जाएगी, जिससे बेंगलुरू और चेन्नई के बीच यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए बैठने की क्षमता और अधिक सुविधा बढ़ जाएगी।

  • यशवंतपुर-तलगुप्पा स्पेशल ट्रेन का विस्तार

    यशवंतपुर-तलगुप्पा स्पेशल ट्रेन का विस्तार

    हुबली। यात्रियों की मांग को देखते हुए दक्षिण पश्चिम रेलवे ने ट्रेन संख्या 06587/06588 यशवंतपुर-तलगुप्पा-यशवंतपुर एक्सप्रेस स्पेशल के संचालन को प्रत्येक दिशा में दो अतिरिक्त फेरों के लिए बढ़ा दिया है।

    ट्रेन संख्या 06587 यशवंतपुर-तलगुप्पा एक्सप्रेस स्पेशल 1 और 8 अगस्त (शुक्रवार) को रात 22.30 बजे यशवंतपुर से प्रस्थान करेगी और अगले दिन (शनिवार) तड़के 4.15 बजे तलगुप्पा पहुंचेगी।

    ट्रेन संख्या 06588 तलगुप्पा-यशवंतपुर एक्सप्रेस स्पेशल 2 और 9 अगस्त (शनिवार) को तलगुप्पा से सुबह 8.15 बजे प्रस्थान करेगी और उसी दिन शाम को 16.50 बजे यशवंतपुर पहुंचेगी।

    ठहराव

    तुमकुरु, तिप्तुर, अरसीकेरे, बिरूर, तारिकेरे, भद्रावती, शिवमोग्गा टाउन, आनंदपुरम, और सागर जांबागारू।

  • ये 6 ट्रेनें 27 जुलाई को रहेंगी रद्द

    ये 6 ट्रेनें 27 जुलाई को रहेंगी रद्द

    कोलकाता। पूर्वी तट रेलवे में विकास कार्यों के मद्देनजर लगभग आधा दर्जन ट्रेनें रद्द रहेंगी। हालांकि रखरखाव का कार्य काफी पहले से चल रहा है लेकिन आगामी 27 जुलाई को भी 6 ट्रेनें रद्द रहेंगी।

    रद्द ट्रेनें

    गाड़ी संख्या 68441 जलेश्वर-पुरी मेमू
    गाड़ी संख्या 68442 पुरी-जलेश्वर मेमू
    गाड़ी संख्या 18037 खड़गपुर-जाजपुर क्योंझर रोड एक्सप्रेस
    गाड़ी संख्या 18038 जाजपुर क्योंझर रोड-खड़गपुर एक्सप्रेस
    गाड़ी संख्या 18021 खड़गपुर-खुर्दा रोड एक्सप्रेस
    गाड़ी संख्या 18022 खुर्दा रोड-खड़गपुर विशेष

  • गोरखपुर-शालीमार एक्सप्रेस का नया रूट

    गोरखपुर-शालीमार एक्सप्रेस का नया रूट

    कोलकाता। रेलवे बोर्ड ने गोरखपुर-शालीमार-गोरखपुर एक्सप्रेस का रूट बदलने का निर्णय लिया है। ट्रेन संख्या 15022/15021 गोरखपुर-शालीमार-गोरखपुर एक्सप्रेस को तत्काल प्रभाव से बदले गए रूट के अनुसार चलाया जाएगा।

    दक्षिण पूर्वी रेलवे की ओर से जारी की गई विज्ञप्ति के अनुसार यह रेलगाड़ी नए रूट पर चलेगी और यह परिवर्तन स्थायी रूप से किया गया है।

    नया रूट

    गोरखपुर, देवरिया सदर, भटनी, सलेमपुर, बेल्थरा रोड, मऊ, औंरिहार, जौनपुर, वाराणसी, पं. दीन दयाल उपाध्याय, सासाराम, डेहरी ओ सोन, अनुग्रह नारायण, सड़क, गया जं, कोडरमा, गोमो, भोजूडीह, पुरुलिया, टाटानगर, घाटशिला, खड़गपुर, शालीमार।