– थिक वेब स्विच (thick web switch) लगाने में तेजी
-रेल संदेश डेस्क-
जबलपुर। ट्रेनों की गति बढ़ाने और ट्रेक को मजबूति प्रदान करने के लिए थिक वेब स्विच (thick web switch) का इस्तेमाल किया जा रहा है। भारतीय रेलवे के लगभग सभी जोन थिक वेब स्विच (thick web switch) का उपयोग करने लगे है। इसी कड़ी में पश्चिम मध्य रेलवे (west central railwy) ने अब तक 844 थिक वेब स्विच (thick web switch) लगा चुका है।
ट्रेक का मिलती है मजबूती
रेल संरक्षा को मजबूत करने और रेलवे ट्रैक को मजबूती प्रदान करने और ट्रैक की स्पीड बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। अब रेलवे ट्रैक की स्थिरता के लिए कंक्रीट स्लीपर को पटरी के साथ मजबूती प्रदान करने के लिए सामान्य प्वाईन्ट के स्थान पर थिक वेब स्वीच का उपयोग किया जा रहा है।
अब तक लगे 844 थिक वेब स्विच (thick web switch)
पश्चिम मध्य रेल ने तीव्र गति से कार्य करते हुए वर्ष 2021-22 मे ं फरवरी तक कोटा मण्डल पर 144 थिक वेब स्विच, भोपाल मण्डल पर 94 थिक वेब स्विच और जबलपुर मण्डल के 38 थिक वेब स्विच के साथ कुल 276 थिक वेब स्विच रेल लाईनों में स्थापित किये। इस प्रकार पश्चिम मध्य रेल के तीनों मण्डलों के मुख्य रूटों में कोटा मण्डल पर 395 थिक वेब स्विच, भोपाल मण्डल पर 411 थिक वेब स्विच एवं जबलपुर मण्डल पर 38 थिक वेब स्विच मुख्य रूटों में तीव्र गति से कार्य करते हुए अभी तक कुल 844 थिक वेब स्वीच स्थापित किए गए।
ज्यादा स्पीड से रेल संचालन
यह कार्य अधिकतर मुख्य रेल लाईनो ं पर किया गया। तीनों मंडलों में यह कार्य स्वीकृत है एवं मुख्य ग्रुप ए एवं बी मार्गों और व्यस्त मार्गो पर प्राथमिकता देते हुए इस कार्य को किया जा रहा है। इसका इस्तेमाल बढ़ने से ट्रैक पर ज्यादा स्पीड के साथ ट्रेनों का संचालन किया जा सकता है। गति एवं संरक्षा की द्वष्टि से महत्वपूर्ण सिद्व होगा।
ट्रेंनों की गति बढ़ेगी
पमरे द्वारा इस कार्य को तीव्र गति से किया जा रहा है जिससे गाड़ियों की गति को अधिक बढ़ाया जा सके। पश्चिम मध्य रेल में अभी तक मेल/एक्सप्रेस गाड़ियों की अधिकतम गति 130/110 कि.मी. प्रति घंटा है। जिसे अब बढ़ाकर 160 कि.मी. प्रति घंटे की गति को हासिल करने पर विचार एंव कार्य किया जा रहा है। प्रथम चरण में कोटा मण्डल के मथुरा-नागदा रूट पर अधिकतम गति बढ़ाने का कार्य प्रगति पर जिसको वर्ष 2024 तक पुर्ण करने का लक्ष्य है।
प्वाईन्ट मशीन काफी सृदृढ
इस टिडब्लुएस को लगाने में लगभग ढाई से तीन घंटे का ब्लॉक की आवश्यकता के साथ 30 से 40 कर्मचारियों की आवश्यकता पड़ती है। इसी के साथ-साथ इसमें इस्तेमाल होने वाली प्वाईन्ट मशीन भी काफी सृदृढ़ है। यह कार्य रेलव के इंजीनियरिंग, दूरसंचार एवं संकेत, परिचालन और विद्युत विभाग के सामूहिक प्रयासों से किया जा रहा है।
ये विशेषताएं
ट्रैक पर अनुमानित गति 130 कि.मी. प्रति घंटे से बढ़ाकर 160 कि.मी. प्रति घंटे की जा सकती है।
लॉन्ग हॉल मालगाड़ी जैसी भारी गाड़ियों के भार को सहने की अदभुत क्षमता।
सामान्य प्वाईन्ट की तुलना में थिकवेब स्वीच की विश्वसनीयता बहुत अधिक है।
संरक्षा की द्वष्टि से सामान्य स्विच की तुलना में अधिक सुरक्षित है।
इसे नई रेल लाइन की कांक्रीट स्लीपरों पर आसानी से लगाया जा सकता है, जो सुरक्षा की द्वष्टि से महत्वपूर्ण है। सामान्य स्विच की तुलना में थिक वेब स्वीच की लाइफ 3 गुना अधिक होती है, साथ ही साथ इसका रखरखाव बहुत ही कम करना पड़ता है।
यात्रियों को आरामदायक यात्रा में और होगी बढ़ोत्तरी क्योंकि ट्रेनों के प्वाईन्ट बदलने के समय नहीं लगेगा झटका जिससे साथ ही रेल यात्रा का सुखद अनुभव प्रदान करेगा।