-रेल संदेश ब्यूरो-
बिलासपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के बिलासपुर स्थित मुख्यालय के परिसर में छोटी लाइन में चलने वाली रेलगाड़ी के भाप इंजन (steam engine) को आर्कषक ढंग से सजाकर प्रतिस्थापित किया गया है। यह भाप इंजन (steam engine) रेलवे की विरासत एवं स्वर्णिम इतिहास से लोगों को परिचय कराएगा। इस सुसज्जित एवं आकर्षक भाप इंजन (steam engine) का अनावरण दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन (secr zone) के महाप्रबंधक गौतम बनर्जी ने किया। उल्लेखनीय है कि 114 साल पुराने इस इंजन का निर्माण वर्ष 1907 में नार्थ ब्रिटिश कंपनी ग्लासगो, इंग्लैण्ड के द्वारा किया गया था । इस इंजन की लंबाई 9060 मि.मी. तथा चैड़ाई 2290 मि.मी. है ।
पुराने बंगाल नागपुर रेलवे में चलने वाली इस लोकोमोटिव का उपयोग मालगाड़ी में चावल की ढुलाई के लिए किया जाता था। इस लोकोमोटिव की अंतिम सेवा वर्ष 1956 में ली गई ।इस लोकोमोटिवका मेंटेनेंस स्टीम लोकोशेड आद्रा में किया जाता था एवं वहीं से इसे वर्ष 2009 में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के भिलाई शेड लाया गया, जहां से इसे नवीनीकरण एवं रंगरोगन पश्चात लाकर दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, मुख्यालय, बिलासपुर परिसर में प्रतिस्थापित किया गया है।
वर्तमान में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की अधिकांश छोटी लाइन को बड़ी लाइन में परिवर्तित किया जा चुका है, एवं बचे हुए छोटी लाइनों का बड़ी लाइन में परिवर्तन जारी है । लोगों को छोटी लाइन की विरासत एवं सुनहरी इतिहास से परिचय कराने तथा पुराने समय में चलन में रही स्टीम इंजनों की याद को सँजोने के साथ ही रेल कार्यालय परिसर के सौंदर्यीकरण का यह अनूठा प्रयास है। प्रतिस्थापित इस लोकोमोटिव के पूरे क्षेत्र को चबूतरे का आकार देकर आकर्षक ढंग से बेहतर प्रकाश व्यवस्था के साथ सजाया गया है तथा पौधे लगाकर आसपास के क्षेत्र को ग्रीन क्षेत्र बनाया गया है। जिससे यह अत्यंत आकर्षक लग रहा है । इसके पूर्व भी दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, मुख्यालय, बिलासपुर परिसर में भाप से चलने वाली पुरानी क्रेन को साजसज्जा के साथ प्रतिस्थापित किया गया था, जो कि इस परिसर की सुंदरता एवं आकर्षण के केन्द्र के रूप में मौजूद है । इस अवसर पर अपर महाप्रबंधक प्रमोद कुमार समेत समस्त विभागाध्यक्ष, मण्डल रेल प्रबंधक, बिलासपुर एवं अधिकारीगण तथा कर्मचारीगण उपस्थित थे।