आरपीएफ ने तीन सालों में रेल परिसरों में 214 लोगों का जीवन बचाया

नई दिल्ली । रेलवे सुरक्षा बल (rpf) ने 2017 से अबतक 214 लोगों की जान बचाई है जिनमें 47 जिंदगियां उसने इस साल के पहले तीन महीने में बचाईं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। आरपीएफ (rpf) कांस्टेबल जगबीर सिंह राणा ने 22 अप्रैल को दिल्ली में तीन बच्चों और एक महिला को ट्रेन के नीचे आने से बचा लिया लेकिन इसी क्रम में उनकी जान चली गई। इसी तरह आठ फरवरी को आरपीएफ (rpf) एएसआई गजेंद्र सिंह ने सूरत रेलवे स्टेशन पर ट्रेन पर चढऩे की कोशिश के समय गिर गए 72 वर्षीय जगदीश प्रेमचंद शाह को बचा लिया। वह फिसलकर ट्रेन और प्लेटफार्म के बीच नीचे चले गए थे। वर्ष 2017, 2018 और 2019 (मार्च तक) आरपीएफ ने क्रमश: 98, 69 और 47 लोगों की जान बचाई।

रोजाना 2.3 करोड़ यात्रियों की भी सेवा करते हैं

रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार आरपीएफ देशभर में फैली रेलवे की संपत्तियों की रखवाली करने के साथ रोजाना 2.3 करोड़ यात्रियों की भी सेवा करते हैं। उन्होंने कहा, यह बल रेलवे संपत्तियों और यात्रियों के विरूद्ध अपराध, चरमपंथी हिंसा, राजनीतिक आंदोलनों से ट्रेनों की आवाजाही में रूकावट, रोजाना यात्रा करने वालों के आकस्मिक प्रदर्शन, गुमशुदा बच्चों का बचाना, ट्रेनों और रेल परिसरों में मादक पदार्थों की जब्ती जैसी विविध सुरक्षा मुद्दों से निपटता है। वह उन यात्रियों की जान बचाता है जो चलती ट्रेनों पर चढते समय कभी कभी बेपरवाह हो जाते हैं और उनकी जान पर बन आती है। आरपीएफ चौकस है और ज्यादातर मामलों में वह यात्रियों की जान बचाता है।