रेलवे में लौटेंगे कुल्हड़ के दिन

जबलपुर। कुल्हड़ (kulhar) के दिन लौटने वाले हैं। आने वाले दिनों में आपकोे रेलवे स्टेशनों और चलती ट्रेन में कुल्हड़ (kulhar) में चाय मिलेगी। इसके लिए योजना बनकर पूरी तरह तैयार है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल यानि एनजीटी की ओर से लगातार दबाव देने के बाद रेलवे ने इसे चरणबद्ध तरीके से लागू करने का फैसला किया है। सबसे पहले जबलपुर रेल मण्डल के 12 स्टेशनों पर
कुल्हड़ (kulhar) व्यवस्था लागू होगी। इन 12स्टेशनों में दमोह, जबलपुर, कटनी, मुडवारा, सागर, मैहर, मदनमहल, सतना, पिपरिया, नरसिंहपुर, गाडरवारा, और रीवा शामिल हैं।

50 माइक्रोन से कम प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध

रेलवे ने 50 माइक्रोन से कम के प्लास्टिक के इस्तेमाल पर पूर्णरूप से प्रतिबंध लगा दिया है। खानपान के सामान को वन टाइम प्लास्टिक डिस्पोजल के स्थान पर मिट्टी के कुल्हड़, पेपर कप, पेपर प्लेट और पराली से निर्मित प्लेट, कप, गिलास आदि का इस्तेमाल किया जाएगा। ट्रेन की पेन्ट्री कार के संचालक भी ऐसी ही वस्तुओं का उपयोग करेंगे। साथ ही वे इसकी सफाई, संग्रहण और निस्तारण पर भी ध्यान देंगे।

गंदगी फैलाने पर जुर्माना

नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की फटकार के बाद रेलवे ने भी सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। रेलवे स्टेशन और प्लेटफार्म के दोनों छोर पर 500 मीटर के दायरे में विशेष सफाई रखने के निर्देश हैं। गंदगी फैलाते पाए जाने पर जुर्माना लगाने, जुर्माने की प्रतिदिन रिपोर्ट से रेलवे अधिकारियों को अवगत करवाना और इसकी पूरी माॅनीटरिंग रखने के आदेश रेलवे जोन की ओर से पारित किए गए हैं। इसके लिए सम्बधित लोगों को व्हाट्सएप, फेसबुक, यू ट्यूब , ट्वीटर आदि सोशल मीडिया से जनजागृति फैलानी होगी और बढ़ते प्रदूषण,पानी की समस्या,गंदगी, प्लास्टिक इस्तेमाल के दोष आदि बातें बतानी होगी। सभी पक्ष लागू करने, आॅडिट आदि होने और सभी मानकों पर खरा उतरने के बाद एनजीटी की ओर से आईएसओ 14001 प्रमाण पत्र भी दिया जा सकता है।