सिकंदराबाद। इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) के सहयोग से दक्षिण मध्य रेलवे (railway) ने स्वदेशीकरण और विक्रेता विकास के लिए एक बैठक आयोजित की जिसमें लगभग 250 विनिर्माण और स्टार्ट-अप फर्मों ने भाग लिया। यह बैठक रेलवे (railway) के रेल निलयम प्रेक्षागृह, सिकंदराबाद में आयोजित की गई। दमरे के महाप्रबंधक गजानन मल्लया बैठक के मुख्य अतिथि थे। उन्होंने भारतीय रेलवे (railway) की वृद्धि और प्रगति में स्थिरता के लिए एक मजबूत विक्रेता आधार और अच्छी आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन प्रणाली की आवश्यकता पर जोर दियां।
विक्रेता सम्मेलन
उन्होंने कहा कि भारतीय रेल द्वारा पैन इंडिया के आधार पर नए विक्रेताओं को विकसित करने और मौजूदा विक्रेताओं की उत्पाद रेंज को बढ़ाने के उद्देश्य से विक्रेता सम्मेलन आयोजित करने की यह पहल की गई है. उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों के दौरान भारतीय रेल द्वारा की गई खरीद में 100 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है और नेटवर्क में भी वृद्धि हुई है जिसके परिणामस्वरूप चल स्टॉक की खरीद में लगभग तीन गुना वृद्धि हुई है. 50,000 करोड़ रुपये से अधिक की सामग्री की वार्षिक खरीद की गई है जिसमें लगभग 1,13,000 मद भारतीय रेल द्वारा स्टॉक किए गए हैं। इन वस्तुओं को भारतीय रेल द्वारा ई-प्रोक्योरमेंट सिस्टम (आईआरईपीएस) और जीईएम पोर्टल (सरकारी ई-मार्केट प्लेस) का उपयोग करके ऑन-लाइन के माध्यम से खरीदा जाता है.
स्वदेशी स्रोतों को विकसित करना
इनका भुगतान आईपीएएस ऑन-लाइन भुगतान प्रणाली के माध्यम से भी किया जा रहा है। वी.आर. मिश्रा, प्रमुख मुख्य सामग्री प्रबंधक, दमरे ने सभा का स्वागत किया और कहा कि बैठक के आयोजन का मुख्य उद्देश्य अधिक स्वदेशी स्रोतों को विकसित करना है, इसके भागीदारियों को रेलवे की आपूर्ति श्रृंखला को समझने में मदद करना, प्रासंगिक जानकारी देना, ई-अधिप्राप्ति, विक्रेता अनुमोदन प्रक्रिया और नियम व विक्रेता विकास से संबंधित मुद्दों की सूचना देना है. लगाए गए स्टालों में 100 से अधिक मद प्रदर्शित किए गए