फूलन देवी की तस्वीर मिटाने के मामले में दो समुदाय आमने-सामने

इंदौर। बैंडिट क्वीन के बाद राजनेता बनी फूलन देवी (phoolan devi) के स्कैच को इंदौर रेलवे स्टेशन की दीवार से मिटाए जाने का मामाला तूल पकड़ता जा रहा है। राजपूत समाज और मल्लाह समुदाय इस प्रकरण को लेकर आमने-सामने आ गए हैं। रेलवे की ओर से इंदौर के रेलवे स्टेशन की दीवार पर झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, मदर टेरेसा समेत लगभग 35 विभूतियों की तस्वीरें उकेरी गई थी। इंदौर रेलवे स्टेशन को सुंदर बनाने के लिए वाल पेंटिंग की गई थी। रेलवे स्टेशन की चहारदीवारी पर फूलन देवी (phoolan devi) के दस्यु जीवन की उस छवि को उकेरा गया था, जिसमें वह अपने माथे पर लाल कपड़ा बांधे दिखाई देती हैं। इस तस्वीर के नीचे बाकायदा उनका नाम भी लिखा गया था। इस मामले में पूछे जाने पर रतलाम के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) आरएन सुनकर ने बुधवार को बताया कि इंदौर रेलवे स्टेशन की चहारदीवारी पर फूलन देवी (phoolan devi) की विवादास्पद तस्वीर बनाए जाने की जानकारी मिलते ही संबंधित लोगों को फौरन निर्देश देकर इस तस्वीर को एक घंटे के भीतर ही मिटवा दिया गया था। सुनकर ने बताया कि कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) के तहत एक निजी विश्वविद्यालय ने स्थानीय रेलवे स्टेशन की चहारदीवारी के सौंदईकरण के लिए इस पर विभिन्न क्षेत्रों की ख्यातिप्राप्त महिलाओं की तस्वीरें बनवाई हैं। डीआरएम ने कहा, सीएसआर के तहत काम कर रही संबंधित संस्था को सख्त ताकीद की गई है कि वह आइंदा रेलवे प्रशासन की पूर्व स्वीकृति के बगैर किसी भी हस्ती को रेलवे की सरकारी संपत्ति पर चित्रित न करे।

तस्वीर मिटाना दुर्भाग्यपूर्ण-मल्लाह समुदाय

इस बीच, मल्लाह समुदाय ने रेलवे स्टेशन की चहारदीवारी से फूलन देवी का चित्र मिटाए जाने पर विरोध जताया है। चंबल के बीहड़ों के दस्यु जीवन को छोड़कर सरकार के सामने आत्मसमर्पण करने वाली फूलन देवी इसी समुदाय से ताल्लुक रखती थीं। माझी, मछुआ एवं आदिवासी महासंघ की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष चंद्रशेखर रायकवार ने कहा कि रेलवे स्टेशन की चहारदीवारी से फूलन देवी की तस्वीर मिटाया जाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हमारे समुदाय का प्रतिनिधिमंडल रेलवे अधिकारियों से जल्द मिलकर मांग करेगा कि वहां फूलन देवी की तस्वीर दोबारा बनाई जाए।

फूलन ने कौनसा अच्छा काम किया-राजपूत समाज

उधर, राजपूत समुदाय ने रेलवे स्टेशन की चहारदीवारी पर फूलन देवी का चित्र बनाए जाने पर मोर्चा खोल दिया है। अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा की इंदौर इकाई के संरक्षक मोहन सेंगर ने कहा कि रेलवे को बताना चाहिए कि फूलन देवी ने समाज के लिए ऐसा कौन-सा उल्लेखनीय काम किया, जो उनकी तस्वीर लक्ष्मीबाई और मदर टेरेसा जैसी महान नारियों की तस्वीरों के साथ रेलवे स्टेशन की चहारदीवारी पर उकेरने की अनुमति दी गई थी?