PAC Meeting : रेलवे की संसदीय सलाहकार समिति की बैठक

नई दिल्ली। ओवर और अंडर ब्रिज का निर्माण, रेल लाईनों का दोहरीकरण, ट्रेनों तथा रेल स्टेशनों में यात्रियों को दी जाने वाली सुविधाएं। पिछड़े क्षेत्रों की कनेक्टिविटी के लिए नई ट्रेन शुरू करना या चालू ट्रेनों को विस्तार देना। मंजूर की गई परियोजनाओं को तेजी से पूरा करना, यात्रियों के लिए चिकित्सा सुविधाए।, रेलवे की जमीन का उचित उपयोग, इंजनों के लिए सौर ऊर्जा का उपयोग आदि। ये वो मुद्दे हैं जो पिछले दिनों संसद सदस्यों की संसदीय सलाहकार समिति की बैठक (PAC Meeting) में जनप्रतिनिधियों ने उठाए। पीएसी बैठक (PAC Meeting) में सदस्यों ने ने पिछले पांच वर्षों के दौरान रेलवे में हुई प्रगति की सराहना करते हुए कहा कि रेलवे लोगों को सेवाएं प्रदान करने में सिर्फ भारतीय सेना से पीछे हैं। पीएसी बैठक (PAC Meeting) की अध्यक्षता रेल मंत्री पीयूष गोयल ने की। पीयूष गोयल ने कहा है कि कोई भी संगठन जो अच्छे कार्य करना चाहता है उसे सभी हितधारकों के परामर्श पर ध्यान देना चाहिए। रेल मंत्रालय के संसद सदस्यों की संसदीय सलाहकार समिति (PAC Meeting) की अध्यक्षता करते हुए पीयूष गोयल ने रेल परियोजनाओं के लिए पर्याप्त धन उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जताया। पिछले 5 वर्षों के दौरान सुरक्षा, स्वच्छता, समयबद्धता और अवसंरचना विकास में उल्लेखनीय प्रगति हुई इनमें ट्रेनों में तथा रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों के लिए सुविधाओं को बेहतर बनाने का कार्य भी शामिल है।

300 अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श

हाल में ही समाप्त हुए दो दिवसीय सम्मेलन ‘परिवर्तन संगोष्ठी’ के बारे में गोयल ने कहा कि लगभग 300 अधिकारियों के साथ विभिन्न विषयों पर विचार-विमर्श हुआ। जबकि 1000 से अधिक अधिकारी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये इस संगोष्ठी से जुड़े थे। लगभग 430 अधिकारियों से 2300 सूझाव प्राप्त हुए, इससे रेलवे के भविष्य में विकास के लिए कार्य योजना बनाने में मदद मिलेगी। रेलवे का लक्ष्य है माल ढुलाई तथा यात्रियों की संख्या में वृद्धि करके राजस्व बढ़ाना। संसद सदस्यों द्वारा दिये गये सुझावों की सराहना करते हुए गोयल ने कहा कि निर्वाचित प्रतिनिधि लोगों की भावनाओं को व्यक्त करते हैं। आम लोग ही रेलवे की सेवाओं के सबसे बड़े हितधारक है। रेल राज्य मंत्री सुरेश सी. अंगड़ी ने कहा कि भारतीय रेल देश की अर्थव्यवस्था की जीवन रेखा है। परियोजनाओं को पूरा करने के लिए राज्य सरकारों का सहयोग बहुत आवश्यक है। रेलवे परिचालन की कठिनाईयों के बारे में अंगड़ी ने कहा कि भारतीय रेल में प्रतिदिन 2.3 करोड़ लोग यात्रा करते हैं, जो आस्ट्रेलिया की जनसंख्या के बराबर है। रेलवे की दृष्टि एकदम स्पष्ट होनी चाहिए कि इसे लोगों की सेवा करनी है।