nwreu : रेल कर्मचारियों ने मनाया एकता दिवस

-एनडब्ल्यूईआरयू (nwreu)  का प्रदर्शन
-रेल संदेश डेस्क-
बीकानेर। आल इंडिया रेलवे मैन्स फेडरेशन के आह्वान पर गुरुवार को नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्प्लाइज यूनियन (nwreu) ने जोन के चारों मंण्डलों में प्रदर्शन किया। केंद्र सरकार द्वारा देश की रक्षा से जुड़े सभी 41 आयुध कारखानों EDSO (Defence) का निगमीकरण के विरोध में बीकानेर में मण्डल रेल प्रबंधक कार्यालय द्वार के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया गया। कर्मचारियों को संबोधित करते हुए नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्प्लाइज यूनियन (nwreu) के जोनल अध्यक्ष कॉमरेड अनिल व्यास ने कहा कि केंद्र मे बैठी ये तानाशाही सरकार सरकारी तंत्र को निजी हाथों मे सौंप रही है।

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जोनल अध्यक्ष कॉमरेड अनिल व्यास ने कहा कि  देश के रक्षा आयुध कारखानो को निजी हाथों मे सौपना का निर्णय बड़ा ही दुखदायी है। इस कारखानों मे काम करने वाले लगभग 70 हजार केंद्रीय कर्मचारियों ने इस विरोध मे हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। सरकार द्वारा इन कर्मचारी के संगठनों से कोई बातचीत नही की जा रही है बल्कि आयुध कारखानों मे कार्यरत कर्मचारियों के आंदोलन ( हड़ताल) को दबाने के लिए उनके खिलाफ बड़ी कार्यवाही एवं दमनकारी नीतियों अपनाई जा रही है। इसके विरोध मे रेल कर्मचारी भी इन सभी कर्मचारियों के साथ कंधे से कन्धा मिलकर इस लड़ाई मे उनके साथ खड़ा है। केंद सरकार के इस निर्णय का कठोर शब्दो मे निदा करती है। इसी विरोध को नेशनल जोइन्ट कमेटी फोर एक्शन ( njca) के तत्वाधान मे पूरे देश मे 8 जुलाई को एकता दिवस के रूप मे मनाकर सरकार की इस निजीकरण का विरोध पूरे देश मे किया जा रहा है।
कॉम ब्रजेश ओझा ने कहा कि केंद्र सरकार अपने अधीन समस्त विभागों को जो निजी हाथों मे दे रही है इस के लिए केंद्रीय कर्मचारी अपनी एक जुटता के साथ मिलकर इसका विरोध करेगे। देश का दुर्भाग्य है कि आज रक्षा जैसा विभाग के अधीन आयुध कारखाने का निजीकरण होना बड़ा ही गंभीर मुद्दा है, जो की सरंक्षा के लिए उचित नही है। रेल के समस्त कर्मचारी उन सभी कारखाना कर्मचारियों के साथ इस लड़ाई मे साथ खड़े है केंद्र सरकार अपने विभाग भारतीय दूर संचार विभाग, भारतीय रेल, ओर अब रक्षा विभाग के अधीन आयुध कारखाने का निजीकरण कर देश के युवाओ और आने वाली युवा पीढ़ी के लिए बड़ा ही संघर्ष शील वातावरण तैयार कर रही है।
बीकानेर मंडल की समस्त दस शाखाओं ने, जिसमें सूरतगढ़, हनुमानगढ़ , बठिंडा, हिसार, सिरसा, सादुलपुर, चुरू, रतनगढ़, लालगढ़ ,बीकानेर ने आदि ने अपने अपने कार्य क्षेत्र पर इसका विरोध किया। इस विरोध मे कॉम विजय श्रीमाली, मोहम्मद सलीम कुरैशी, गणेश वशिष्ठ, दिनेश सिंह, मुस्ताक अली, भैरोरत्न, प्रताप सिंह, संजय हर्ष गुमान राम ,फिरोज खान, पवन बीकानेरी , शिवानंद ,मोहम्मद आमीन, संजय मालिक, आशु सोलंकी, प्रभाकर गहलोत , सुधाकर शर्मा, निरंजन , किसन गोदारा,नंदू, मांगीलाल, सोहन लाल, जितेंद्र विश्कर्मा, राजेंद्र चंदेला, अरुण गहलोत, अश्वनी पांडे, वेद प्रकाश दीन दयाल, अमरनाथ, आनंद मोहन ,महावीर ,मोहम्मद हसन,लालचंद इन्खिया, मोहम्मद अमीन, संजीव मलिक, सहित सैकड़ो कर्मचारियों ने भाग लिया।