नई दिल्ली। उत्तर मध्य रेलवे (northern central railway) , मुख्यालय में बुधवार को 10 लोको पायलट (loco pilot) को पुरस्कृत किया गया। बिजली विभाग में प्रमुख मुख्य बिजली इंजीनियर, नसीम उद्दीन की अध्यक्षता में संरक्षित ट्रेन संचालन के सम्बन्ध में एक संगोष्ठी आयोजित की गयी। इस संगोष्ठी में लोको पायलटों द्वारा विद्युत ऊर्जा पुनरूत्पादन में उल्लेखनीय योगदान के लिए नसीम उद्दीन ने उत्तर मध्य रेलवे के 10 लोको पायलट (loco pilot) को नगद पुरस्कार एवं एल.ई.डी बल्ब देकर पुरस्कृत किया। नसीम उद्दीन ने बिजली के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बिजली की बचत के लिये लगातार कार्य करने हेतु सभी लोको पायलट (loco pilot) को प्रोत्साहित किया, जिससे रेलवे राजस्व की बचत के साथ-साथ वातावरण को भी सुरक्षित रखा जा सके।
5केस स्टडीज की समीक्षा
बैठक में संरक्षित ट्रेन संचालन के परिपेक्ष्य में 05 केस स्टडीज की समीक्षा की गयी। नसीम उद्दीन ने संरक्षित ट्रेन संचालन पर बल दिया। उन्होने कहा कि, लोको पायलट पर संरक्षित ट्रेन संचालन का बहुत महत्वपूर्ण दायित्व होता हैें। ज्ञात हो कि, उत्तर मध्य रेलवे में मुख्यालय स्तर पर लोको पायलटों को 3-फेज लोको के संचालन के दौरान लगातार विद्युत ऊर्जा के पुनरूत्पादन करने हेतु प्रोत्साहन दिया जाता रहा है। उत्तर मध्य रेलवे के लोको पायलट 3 फेज विद्युत लोको में ऊर्जा बचत, पर्यावरण संरक्षण में उपयोगी सिद्ध हो रही है। उत्तर मध्य रेलवे में लोको पायलट के उल्लेखनीय योगदान एवं मंडलों के अथक प्रयास स्वरूप वर्ष 2018-19 में विद्युत ऊर्जा पुनरूत्पादन के रुप में लगभग 57 करोड़ रुपये की रिकार्ड बचत की है, जो भारतीय रेल में अधिकतम है।
लोको निरीक्षक पुस्तिका का विमोचन
इस संगोष्ठी के दौरान नसीम उद्दीन ने एक लोको निरीक्षक पुस्तिका (2019-20) का भी विमोचन किया। लोको निरीक्षक पुस्तिका, लोको निरीक्षकों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण पुस्तिका है। इसमें लोको क्रू के साथ-साथ लोको निरीक्षक के निगरानी के लिए लोको क्रू से संबंधित सभी आवश्यक और उपयोगी जानकारी एक नजर में उपलब्ध होती है।प्रमुख मुख्य बिजली इंजीनियर, ने लोको निरीक्षक पुस्तिका के बारे बोलते हुए कहा कि, यह लोको क्रू से सम्बन्धित गुणों का ऐसा संग्रह तैयार किया गया है, जिसकी मदद से लोको निरीक्षक अपने नामित क्रू की मॉनीटरिंग बेहतर तरीके से कर पायेंगें। लोको क्रू के कमजोर क्षेत्रों की पहचान कर उनकी प्रभावी काउन्सिलिंग की जा सकेगी। यह संरक्षित ट्रेन संचालन की दृष्टि से सराहनीय कदम है। लोको निरीक्षक पुस्तिका (2019-20) के प्रकाशन में सराहनीय एवं महत्वपूर्ण योगदान के लिये मुख्यालय के मुख्य लोको निरीक्षक कुमार कौशलेश शर्मा को प्रमुख मुख्य बिजली इंजीनियर, उत्तर मध्य रेलवे द्वारा नगद पुरुस्कार से भी सम्मानित किया गया।