-श्याम मारू-
बीकानेर। यह खबर बीकानेरवासियों के लिए बहुत बड़ा धक्का है। बीकानेर से चलने वाली बीकानेर-हावड़ा लिंक एक्सप्रेस, ( bikaner howrah link) बीकानेर-गुवाहाटी लिंक एक्सप्रेस और राजस्थान सम्पर्क क्रांति लिंक एक्सप्रेस बंद करने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए बाकायदा पत्रावली चल रही है। यदि ऐसा हुआ तो बीकानेरवासियों का हक छिन जाएगा, साथ ही देशनोक, नोखा, नागौर तथा मारवाड़ मूंडवा के यात्रियों को भी नुकसान होगा। जोधपुर मंडल रेल प्रबंधक ने मेड़तारोड में शंटिंग की समस्या को लेकर इन तीनों रेलगाडियों को जोधपुर या बाड़मेर से ही चलाने का पत्र भेजा है।पिछले दिनों जोधपुर मण्डल रेल प्रबंधक ने उत्तर पश्चिम रेलवे जोन के महाप्रबंधक को पत्र भेजकर इन तीनों रेलगाडियों बीकानेर-हावड़ा लिंक एक्सप्रेस, ( bikaner howrah link) बीकानेर-गुवाहाटी लिंक एक्सप्रेस और सम्पर्क क्रांति लिंक एक्सप्रेस के बीकानेर से चलने वाली लिंक गाडियां समाप्त करने और इन्हें जोधपुर या बाड़मेर से ही चलाने की वकालत की थी। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। इससे पहले सन् 2017 में भी ऐसा ही एक पत्र भेजा गया था। तब पत्र में कहा गया था कि मेड़ता रोड यार्ड में शंटिंग में बहुत समय लगता है। गाड़ी संख्या 22307-22308 बीकानेर-हावड़ा लिंक एक्सप्रेस, ( bikaner howrah link) 25631-25632 बीकानेर-गुवाहाटी लिंक एक्सप्रेस और 22463-22464 राजस्थान सम्पर्क क्रांति लिंक एक्सप्रेस को जोधपुर से चलने वाली रेलगाडियों के साथ जोड़ा व अलग किया जाता है। शंटिंग के दौरान इंजन व गार्ड के डिब्बे को आगे-पीछे लगाया जाता है। इसमें 35 से लेकर 40 मिनट तक का समय लगता है। इससे रेल परिचालन में काफी विलम्ब होता है।
मेड़ता रोड स्टेशन पर है दबाव
पत्र में यह भी कहा गया है कि मेड़तारोड में छह लाइनें हैं जिनमें से 1,2 व 3 प्लेटफार्म पर तथा 4,5 व 6 मालगाडियों के लिए है। इसके अलावा मेड़ता रोड यार्ड में 7,8 व 9 नॉन रनिंग लाइन हैं। इनके अलावा प्लेटफार्म 1ए से मेड़तारोड-मेड़ता सिटी के बीच रेल बस चलाई जाती है। ये रेलबस 8 जोड़ों में चलाई जाती है। बीकानेर और जोधपुर से चलने वाली हावड़ा, गुवाहाटी व सम्पर्क क्रांति एक्सप्रेस को यहां जोड़ा व अलग किया जाता है। इस दौरान लगभग पौन घंटे तक मैन लाइनें जाम रहती है। इससे मेड़तारोड यार्ड पर काफी दबाव रहता है।
एक तर्क यह भी
इन तीनों रेलगाडियों का संचालन बीकानेर से बंद करने के पीछे एक तर्क यह भी दिया जा रहा है कि हावड़ा,गुवाहाटी व दिल्ली सराय रोहिल्ला के लिए बीकानेर से कुछ रेलगाडियां चल रही है। पत्र में यह तर्क दिया गया है कि गाड़ी संख्या 12495-12496 बीकानेर- कोलकाता एक्सप्रेस हावड़ा के लिए, गाड़ी संख्या 15609-15610 अवध आसाम एक्सप्रेस गुवाहाटी के लिए और गाड़ी संख्या 12455-12456, गाड़ी संख्या 22471-22472 और गाड़ी संख्या 12457-12458 समेत कई अन्य गाडियां दिल्ली सराय रोहिल्ला के लिए संचालित की जा रही है। तर्क यह है कि ये गाडियां बीकानेरवसियों की जरूरतें पूरी कर रही है, इसलिए उपरोक्त तीनों रेलगाडियों को पूरी तरह जोधपुर से ही चलाया जाए।
बीकानेर डीआरएम से राय मांगी
दो साल पहले ये प्रयास हुए थे, लेकिन ताजा पत्र में मण्डल रेल प्रबंधक बीकानेर से इस बारे में राय मांगी गई है। हालांकि बीकानेर मण्डल रेल प्रबधंक ने अभी तक इस बारे में अपनी कोई भी राय प्रकट नहीं की हैं, लेकिन आशंका जताई जा रही है कि यदि जोन मुख्यालय ने उनसे ऐसा करने को कहा तो वे बीकानेरवासियों को कितना मजबूती से पक्ष रखेंगे।
–बीकानेर के लोगों के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। यह सुविधा मिली हुई है, जिसके लिए पूर्व में काफी संघर्ष किया गया था। ऐसे में मिली हुई सुविधाओं को बंद नहीं होने दिया जाएगा। बीकानेर-हावड़ा, बीकानेर-गुवाहाटी और बीकानेर- दिल्ली सराय रोहिल्ला सम्पर्क क्रांति एक्सप्रेस को किसी भी सूरत में बंद नहीं होने दिया जाएगा।-अर्जुन राम मेघवाल, सांसद,बीकानेर
-इसमें कोई राजनीति नहीं होगी, बीकानेर के हितों के लिए हम सब एक हैं। बीकानेर-हावड़ा, बीकानेर-गुवाहाटी और बीकानेर- दिल्ली सराय रोहिल्ला सम्पर्क क्रांति एक्सप्रेस को चालू रखवाया जाएगा। बीकानेर से तो और गाडियां चलाने की मांग की जा रही है, जोधपुर मण्डल रेल प्रबंधक का यह पत्र पूरी तरह पूर्वाग्रह से ग्रस्त है।-डॉ. बी.डी. कल्ला, ऊर्जा मंत्री, राजस्थान सरकार
हावड़ा, गुवाहाटी व दिल्ली के लिए बीकानेर से लगातार नई गाडियों की मांग की जाती रही है। यहां से यात्रियों की संख्या को देखते हुए बीकानेर-हावड़ा लिंक, बीकानेर-गुवाहाटी लिंक व सम्पर्क क्रांति एक्सप्रेस को बीकानेर से ही फुल-फ्लेज चलाने की जरूरत है। इसके लिए हमने पहले भी जोन मुख्यालय को अवगत करवाया था।-अनिल व्यास, मण्डल मंत्री, नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्प्लाइज यूनियन,बीकानेर-रेलगाडियों का संचालन पूरी तरह जोनल मुख्यालय का अधिकार है। मण्डल प्रशासन को यह अधिकार नहीं हैं कि वह अपने स्तर पर कोई फैसला कर सके। यह मुद्दा सामने आया जरूर है लेकिन इस पर फैसला जोन के स्तर पर ही होगा। यदि मण्डल स्तर पर ऐसे फैसले होने लगे तो प्रशासनिक व्यवस्थाएं अस्त-व्यस्त हो जाएगी।-राजेश तिवाड़ी, महाप्रबंधक, उत्तर पश्चिम रेलवे जोन