कामायनी व सारनाथ एक्सप्रेस को पूर्वोत्तर जोन से चलाने की तैयारी

नई दिल्ली। कामायनी व सारनाथ एक्सप्रेस (kamayani sarnath express) आने वाले समय में उत्तर रेलवे के बजाए पूर्वोत्तर रेलवे जोन से संचालित की जाएगी। इन रेलगाड़ियों के जोन बदलने और सिस्टम में फिट करने का काम शुरू हो गया है। वाराणसी के कैंट स्टेशन पर ट्रेनों की भरमार और नया डेस्टिनेशन डवलप करने के उद्देश्य से इन ट्रेनों (kamayani sarnath express) को शिफ्ट किया जा रहा है। हालांकि इनके शिफ्टिंग का असर यात्रियों पर नहीं पड़ेगा, लेकिन संचालन पर जरूर फर्क पड़ सकता है। नए डेस्टिनेशन स्टेशन के रूप में मंडुआडीह को विकसित किया जा रहा हैै। कामायनी एक्सप्रेस और सारनाथ एक्सप्रेस (kamayani sarnath express) को पूर्वोत्तर रेलवे जोन में भेजन की योजना के तहत ही इन दोनों रेलगाड़ियों को ट्रायल के तौर पर गत तीन सप्ताह से इस खण्ड में चलाया जा रहा है। मंडुआडीह-इलाहाबाद वाया ज्ञानपुर खण्ड में कामायनी एक्सप्रेस के बाद में सारनाथ एक्सप्रेस को भी चलाया जाने लगा। कामायनी का तो ज्ञानपुर रोड पर बाकायदा आधिकारिक और स्थायी स्टाॅपेज भी दिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि कामायनी एक्सप्रेस को जिस तरह सिस्टम में डाला गया है उससे इस रेलगाड़ी को ज्ञानपुर रोड से चलाने की मंशा को बल मिलता है। इसके साथ ही सारनाथ एक्सप्रेस को भी इसी तरह सिस्टम में समाहित करने की योजना पर काम चल रहा है।

मंडुआडीह नया डेस्टिनेशन

मंडुआडीह स्टेशन को वाराणसी का नया डेस्टिनेशन डवलप करने के लिए वहां काम चल रहा है। प्लेटफार्म विकसित किए जा रहे हैं, सिग्निलंग प्रणाली को अपडेट किया जा रहा है। वाराणसी कैंट से रेलगाड़ियो का दबाव कम करने के मद्दे नजर मंडुआडीह स्टेशन का स्वरूप संवारा जा रहा है। इस स्टेशन का अगले महीने तक काम पूरा हो जाएगा इसके बाद यहां से आधिकारिक रूप से ट्रेनों का संचालन आरम्भ हो जाएगा। हालांकि रेलवे अधिकारी कैंट स्टेशन के यार्ड में चल रहे कार्यों को रिमाॅडलिंग बता रहे हैं लेकिन वास्तविकता कुछ अलग है। रेलवे अधिकारी खुलासा नहीं करना चाहते लेकिन यह बात सही है कि कैंट स्टेशन पर प्लेटफार्म की संख्या कम होने और रेलगाड़ियों का दबाव अधिक होने से मंडुआडीह और पूर्वोत्तर रेलवे से ही अधिक से अधिक रेलों का संचालनन करने की योजना पर काम कर रहे हैं।