Harish Bhimani: अब रेलवे स्टेशनों पर गूंजेगा मैं समय हूं…

नई दिल्ली। मैं समय हूं…..यह आवाज सुनते ही महाभारत सीरियल की याद ताजा हो जाती है। भारी और दमदार आवाज मैं समय हूं…..गूंजते ही महाभारत सीरियल शुरू हो जाता और घरों में बड़े बुजूर्ग बोल उठते, बच्चों अब चुप हो जाओ। नब्बे के दशक में सर्वाधिक लोकप्रिय महाभारत सीरियल के सूत्रधार रहे हरीश भिमानी (Harish Bhimani)की आवाज अब भारतीय रेलवे स्टेशनों पर भी गूंजेगी। रेलगाड़ियों के आने-जाने के समय और अन्य सम्बंधित जानकारियां अब आपको हरीश भिमानी (Harish Bhimani) की आवाज में सुनाई देगी। सर्वाधिक लोकप्रिय टीवी सीरियलों में शामिल महाभारत में आवाज देकर वह काफी लोकप्रिय हुए थे। भारतीय रेलवे ने हरीश भिमानी (Harish Bhimani) के साथ रेलवे स्टेशनों पर उद्घोषणा को लेकर करार किया है।

Harish Bhimani की आवाज रिकार्ड

भारतीय रेलवे के समस्त स्टेशनों पर ट्रेन मैनेजमेंट सिस्टम को लगातार अपग्रेड किया जा रहा है। नवीनतम सिस्टम को लगाने की जिम्मेदारी बेंगलूरू की एक कम्पनी को प्रदान की गई है। इसके अधिकारियों का कहना है कि प्रख्यात उद्घोषक हरीश भिमानी की आवाज को रिकार्ड किया जा चुका है। शुरूआती चरण में सबसे पहले गोरखपुर व लखनउ, जयपुर, जोधपुर, आगरा, मथुरा और वाराणसी में हरीश भिमानी की दमदार आवाज गूंजने लगी है।

गुमनाम हो जाएगी सरला की आवाज

अब तक आप सुनते आ रहे थे, यात्रीगण कृपया ध्यान दें अमृतसर की ओर जाने वाली गाड़ी दो घंटे विलम्ब से चल रही है, इसके नई दिल्ली स्टेशन पर बजे पहुंचने की सम्भावना है, यात्रियों को हुई इस दुविधा के लिए खेद है। यह आवाज है सरला चैधरी की। 1982 से भारतीय रेलवे स्टेशनों पर गुंजायमान यह आवाज अब शांत हो जाएगी। इस आवाज को रिप्लेस कर रहे हैं हरीश भिमानी। सरला चौधरी के पिता रेलवे में थे। 1982 में रेलवे ने रेलकर्मियों के बच्चों को तीन महीने के एनाउंसमेंट के लिए अस्थायी तौर पर रखा था। 13 जुलाई 1982 को सरला चैधरी ने मुम्बई के कुर्ला में अस्थायी उद्घोषक के रूप में ज्वाइन किया था। रेलवे को सरला की आवाज इतनी पसंद आई कि उन्हें 1986 में रेलवे ने स्थायी कर दिया गया। वर्ष 1991 में रेलवे ने सरला चैधरी की ही आवाज को कम्प्यूटर में फीड कर कोडिंग सिस्टम से पूरे भारतीय रेलवे में लागू कर दिया। वह आल इंडिया रेडियो से भी जुड़ी थीं। वह मुंबई स्थित कल्याण स्टेशन पर कार्यालय अधीक्षक के पद पर भी तैनात रहीं। छोटे स्टेशनों पर फिलहाल सरला चैधरी की आवाज ही सुनाई देती रहेंगी लेकिन अगले एक साल से पहले वहां भी भिमान की आवाज सुनाई देने लगेगी।