नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्रिमंडल की ओर से गुरूवार को लिए गए अहम फैसलों में दिल्ली मेट्रो कोरिडोर के प्रस्तावित फेज-4 के छह में से तीन कोरिडोर को मंजूरी दे दी। केन्द्रीय मंत्रिमण्डल की अंतिम बैठक में एयरोसिटी-तुगलकाबाद , आरके आश्रम-जनकपुरी पश्चिम और मुकुंदपुर-मौजपुर मेट्रो कोरिडोर को मंजूरी दी गई। इन तीन मेट्रो कोरिडोर की लम्बाई 61.679 किलोमीटर होगी और इसमें 17 भूमिगत स्टेशन तथा 29 जमीन से ऊपर स्टेशन होंगे। कुल 61.679 किलोमीटर में 22.359 किलोमीटर परियोजना भूमिगत और 39.320 किलोमीटर परियोजना का एलिवेटिड खंड के रूप में निर्माण किया जाएगा। तीनों मेट्रो कोरिडोर की कुल लागत 24,948.65 करोड़ रुपए होगी। यह परियोजना दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (डीएमआरसी) तथा भारत सरकार के विशेष उद्देश्य वाहन (एसपीवी) और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार (जीएनसीटीडी) की मौजूदा 50-50 प्रतिशत हिस्सेदारी से लागू की जाएगी।
कुल 46 स्टेशन
इन तीन फेज में कुल 46 स्टेशन शामिल हैं। इसके तहत एयरो सिटी से तुगलकाबाद तक 15 स्टेशन होंगे जिनमें एयरोसिटी, महिपालपुर, वसंत कुंज सेक्टर डी, मसूदपुर, किशनगढ़, महरोली, लाडोसराय, साकेत, साकेत जी ब्लॉक, अम्बेडकर नगर, खानपुर तिगड़ी, आनंदमई मार्ग जंक्शन, तुगलकाबाद रेलवे कॉलोनी, तुगलकाबाद शामिल हैं। आर के आश्रम से जनकपुरी वेस्ट तक 25 स्टेशन होंगे जिसमें आर के आश्रम, मोतिया खान, सदर बाजार, पुलबंगश, घंटाघरासब्जी मंडी, राजपुरा, डेरावाल नगर, अशोक विहार, आजादपुर, मुकुंदपुर, भलस्वा, मुकरबा चैक, बादली मोड, नॉर्थ पीतमपुरा, प्रशांत विहार, मधुबन चैक, दीपाली चैक, पुष्पांजलि एंक्लेव, वेस्ट एंक्लेव, मंगोलपुरी, पीरागढ़ी चैक, पश्चिम विहार, मीरा बाग, केशव पुर, कृष्ण पार्क एक्सटेंशन, जनकपुरी वेस्ट शामिल हैं। मौजपुर से मुकुंदपुर तक 6 स्टेशन होंगे जिनमें यमुना विहार, भजनपुरा, खजूरी खास, सूर घाट, जगतपुर गांव, बुराड़ी शामिल हैं।
अत्यधिक क्षेत्र जुड़ेंगे
चैथे चरण के ये कोरिडोर मेट्रो नेटवर्क की कवरेज का विस्तार करेंगे जिससे राष्ट्रीय राजधानी के अत्यधिक क्षेत्र आपस में जुड़ेंगे। इन कॉरिडोर के पूरा होने के बाद मेट्रो के यात्रियों को अधिक इंटरचेंज स्टेशन उपलब्ध होंगे, जिससे नए कॉरिडोर दिल्ली मेट्रो की मौजूदा लाइनों के साथ जुड़ जाएंगे। कनेक्टिविटी में सुधार से यात्रियों को मार्गों के अधिक से अधिक उपयोग द्वारा यात्रा के अधिक विकल्प उपलब्ध होंगे। इससे सड़कों पर भीड़ कम होगी और मोटर वाहनों द्वारा फैलाए जा रहे प्रदूषण को कम करने में भी मदद मिलेगी। तुगलकाबाद-एयरोसिटी कॉरिडोर से हवाई अड्डे की कनेक्टिविटी में और सुधार आएगा। इन तीनों कॉरिडोर के पूरा होने के बाद दिल्ली मेट्रो की कुल नेटवर्क लम्बाई 400 किलोमीटर के आंकड़े को पार कर जाएगी।