अनुकम्पा नियुक्ति के लिए परीक्षा हर महीने हर 10 तारीख को

बीकानेर। काम के दौरान मृत्यु होने पर रेलवे में आश्रितों को दर-दर भटकना पड़ता है। अब अनुकम्पा नियुक्ति (Compassionate appointment) के मामलों का तेजी से निस्तारण किया जाएगा। रेलवे बोर्ड ने फैसला किया है कि रेल कर्मचारियों की ड्यूटी के दौरान मृत्यु होने पर उसके बच्चों, पत्नी या अन्य विधिक आश्रितों को अनुकम्पा नियुक्ति (Compassionate appointment) के लिए हर महीने की 10 तारीख को परीक्षा आयोजित की जाएगी। नाॅर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्प्लाइज यूनियन (nwreu) सूत्रों ने बताया कि आल इण्डिया रेलवे मैन्स फेडरेशन
(airf ) की ओर से रेलवे बोर्ड के समक्ष यह मुद्दा काफी समय से उठाया जाता रहा है। देश भर में अभी भी सैंकड़ों मामले पेंडिंग है। आॅल इण्डिया रेलवे मैन्स फेडरेशन (airf ) ने नियुक्तियों में चयन के लिए परीक्षा समय परनहीं करवाने का आरोप लगाया गया। परीक्षा समय पर नहीं होने से जरूरतमंद को काफी परेशानी होती है। एआईआरएफ का मानना है कि एक तो रेलकर्मचारी की मौत हो जाती है, उस घर में वैसे ही मातम का माहौल रहता है, उपर से रेल अधिकारी सहयोग नहीं करते।

रेलवे बोर्ड ने जारी किए आदेश

रेलवे को चाहिए इस मामले पर सहानुभूति पूर्वक विचार करे। इस बात को रेलवे बोर्ड ने बहुत ही गम्भीर माना और अनुकम्पा नियुक्ति के लिए हर मण्डल पर हर महीने 10 तारीख को परीक्षा निर्धारित करने के निर्देश जारी कर दिए। एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर स्थापना एस बालाचन्द्रन अय्यर नेे गत 9 मार्च को ही आदेश जारी कर दिए और यह स्पष्ट किया है कि मण्डल व कारखाना कार्मिक विभाग ग्रुप सी व ग्रुप डी के लिए अनुकम्पा नियुक्ति के अभ्यर्थियों की पात्रता की जांच हर महीने की 10 तारीख को करें। देशभर में बड़ी संख्या में अनुकम्पा नियुक्ति का लोग इंतजार कर रहे हैं। एआईआरएफ ने पिछले महीने ही चेतावनी दी थी कि यदि अनुकम्पा नियुक्ति को लेकर रेलवे बोर्ड ने कोई कदम नहीं उठाए तो इसके गम्भीर परिणाम भुगतने होंगे।