चेन्नई सेन्ट्रल से मुम्बई सीएसटी के लिए समर स्पेशल ट्रेन

चेन्नई। दक्षिण रेलवे की ओर से पुराची थलाइवर डाॅ. एम. जी. रामचन्द्रन सेन्ट्रल (चेन्नई सेन्ट्रल) से मुम्बई छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (मुम्बई सीएसएमटी) के बीच समर स्पेशल ट्रेन
(summer special train) चलाने का फैसला किया है। यात्रियों की भीड़ कम करने और प्रतीक्षा सूची से राहत दिलाने के उद्देश्य से ये समर स्पेशल ट्रेन (summer special train) शुरू की जा रही है। यह गाड़ी 18 अप्रेल से 27 जुून के बीच चलाई जाएगी। दक्षिण रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी पी.ए. धनंजय ने बताया कि गाड़ी संख्या 01064 पुराची थलाइवर डाॅ. एम. जी. रामचन्द्रन सेन्ट्रल (चेन्नई सेन्ट्रल) से मुम्बई छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस के बीच संचालित की जाएगी । यह समर स्पेशल ट्रेन (summer special train) चेन्नई सेन्ट्रल से प्रत्येक गुरूवार को दोपहर 15.15 बजे रवाना होगी और अगले दिन शुक्रवार शाम को 16.30 बजे मुम्बई सीएसएमटी पहुंचेगी। यह गाड़ी 18 अप्रेल, 25 अप्रेल, 2, 9, 16, 23 व 30 मई, 6, 13, 20 और 27 जुून 2019 को संचालित की जाएगी। ठहराव : अराकोणम, रेणीगुंटा, राजमपेट, कुडापेह, येरागुंटल, ताडीपत्रि, गूटी, गुंटकल, अडोनी, मंत्रालयम रोड, रायचूर, यादगिर, वाडी, गुलबर्ग, सोलापुर, दौन्ड, पुणे, लोनावाला, कल्याण, ठाणे और दादर। कोच : 01 एसी टू टायर, 02 एसी थ्री टायर, 07 स्लीपर क्लास, 03 सैकण्ड साधारण श्रेणी, 2 लगेज कम ब्रेक वैन।

रिटायर्ड कर्मियों को नियुक्ति डीआरएम देंगे

बीकानेर। रेलवे बोर्ड ने सेवानिवृत्त रेलकर्मचारियों को उचित पदों पर फिर से नियुक्ति के लिए डीआरएम को अधिकार दे दिए हैं। अब तक ये अधिकार डीआरएम के पास नहीं थे। बोर्ड ने कहा है कि डीआरएम अपने पेंशनधारियों को विवेक पर नौकरी पर पुनरू नियुक्त कर सकेंगे। रेलवे को इस फैसले को वेबसाइट पर डालकर प्रचार करना होगा। बोर्ड ने कहा है कि जिनकी पुनरू नियुक्ति होगी वो 62 साल तक की आयु सीमा तक ही सेवा दे पाएंगे। ऐसे कर्मचारियों को मासिक वेतन में पेंशन घटाकर तय किया जाएगा। रेलवे बोर्ड ने दोबारा नियुक्ति के लिए कुछ अन्य शर्ते भी तय की है। रेलवे में सबसे अधिक पद सिग्नल व टेलीकॉम विभाग में रिक्त हैं। क्योंकि कर्मचारी जो पढ़-लिखकर ईएसएम के पद पर आता है। वो नौकरी तो ज्वाइन कर लेता है, लेकिन वो और बेहतर विकल्प तलाशता रहता है। जैसे ही उसे किसी कंपनी या अन्य क्षेत्र में बेहतर वेतनमान की नौकरी लगती है वह तुरंत रेलवे की नौकरी छोड़ चला जाता है। इससे रेलवे में ईएसएम के पद रिक्त हो जाते हैं। इसी तरह कई अन्य तकनीकी विभागों में पद हैं। उन पर भी व्यक्ति अनुभव वाला मिलना मुश्किल होता है।