बौद्ध सर्किट ट्रेन (buddhist circuit train) में एक सप्ताह का सफर
-श्याम मारू-
नई दिल्ली। रेलवे की पहली बौद्ध सर्किट ट्रेन (buddhist circuit train) 19 अक्टूबर से शुरू होगी। यह 26 अक्टूबर तक भारत और नेपाल में फैले गौतम बुद्ध से जुड़े स्थलों का भ्रमण कराएगी। रेलवे ने एक बयान में कहा कि बौद्ध सर्किट ट्रेन का संचालन आईआरसीटीसी (irctc) करेगा। यह ट्रेन बुद्ध से जुड़े स्थलों लुंबिनी, बोधगया, सारनाथ और कुशीनगर का भ्रमण कराएगी। लुंबिनी(lumbini)–जहां बुद्ध का जन्म हुआ। बोधगया(bodhgaya)–जहां उन्हें ज्ञान प्राप्त हुआ। सारनाथ(sarnath)–जहां उन्होंने अपना पहला उपदेश दिया। कुशीनगर(kushinagar)-जहां उन्होंने निर्वाण प्राप्त किया। इन स्थानों का महत्व महापरिनिर्वाण सूत्र में देखा जा सकता है। जिसमें भगवान बुद्ध अपने अनुयायियों को कहते है। कि वे इन स्थानों की यात्रा कर एक उत्कृष्ट एवं श्रेष्ठ पुनर्जन्म पा सकते हैं। बौद्ध सर्किट ट्रेन (buddhist circuit train) में एसी प्रथम श्रेणी के चार कोच की 96 सीटें रहेंगी। एसी सैकण्ड क्लास में दो कोच की 60 सीटें हैं। साथ ही 64 लोगों के बैठकर भोजन करने की क्षमता वाले दो विशेष डाइनिंग कार और एक पैंट्री कार शामिल है।
buddhist circuit train का यात्रा खर्च और सुविधाएं
यात्रा का खर्च एसी प्रथम श्रेणी में दो व्यक्तियों के लिए 1,23,900 रुपए आएगा। इसी प्रकार एसी द्वितीय श्रेणी के लिए 1,01,430 रुपए आएगा। इसमें नेपाल यात्रा के लिए एसी डीलक्स कोच से सडक परिवहन की सुविधा मिलेगी। साथ ही स्थानों एवं स्मारकों का दर्शन, रहने की सुविधा, भोजन मिलेगा। टूर में मैनेजर, गाइड, प्रवेश शुल्क और यात्रा बीमा की सेवा शामिल होगी। नेपाल की यात्रा के लिए वीजा शुल्क और लॉन्ड्री एवं अन्य सेवाओं का शुल्क अदा करना होगा। ट्रेन पर अतुल्य भारत को बढ़ावा देते विशिष्ट चित्र उकेरे जाएंगे। ट्रेन में निजी डिजिटल लॉकर व स्नान के लिए विशेष कक्ष भी होंगे। ट्रेन पैरों की मसाज, अलग से बैठक क्षेत्र और सोफा से लैस होगी। रेलवे ने बताया कि हर कोच में निजी सुरक्षा गार्ड तैनात किए जाएंगे।