नई दिल्ली। भारतीय रेलवे #indian railway में मालगाड़ियों पर खासा ध्यान दिया जा रहा है। इंडियन रेलवे अब अब कमाई बढ़ाने के लिए मालगाड़ियों पर विज्ञापन लगाने की तैयारी कर रहा है । रेलवे ने इस योजना को ब्रांडिंग ऑन व्हील्स (branding on wheels) नाम दिया है। सबसे पहले दक्षिण पूर्व रेलवे में इस ब्रांडिंग ऑन व्हील्स (branding on wheels) योजना की शुरूआत की जा रही है। इस ब्रांडिंग ऑन व्हील्स (branding on wheels) योजना के तहत मालगाड़ियों के बाहरी भाग की तरफ विज्ञापन लगाने का ठेका डालमिया भारत सीमेंट लिमिटेड को दिया गया है। यानी मालगाड़ियों डालमिया भारत सीमेंट लिमिटेड के विज्ञापन नजर आएंगे। डालमिया भारत सीमेंट लिमिटेड 300 डिब्बों पर विज्ञापन की एवज में हर साल रेलवे को एक करोड़ 50 लाख रूपए का भुगतान करेगी। यह करार 5 साल की अवधि के लिए हुआ है।
ब्रांडिंग ऑन व्हील्स पर पूरा प्रचार मिलेगा
विज्ञापन (माल ढुलाई) ट्रेन train के बाहरी हिस्से में प्रदर्शित किया जाएगा। रेलवे ने विज्ञापन के लिए भी नीति जारी की है। इसमें मालगाडियों के डिब्बों पर साइज तय किए गए हैं। उसी साइज में ही विज्ञापन लगाए जा सकते हैं। इसके साथ भाषायी अप्रूवल भी डालमिया भारत सीमेंट लिमिटेड को अनुमति लेनी होगी। नीति के दायरे से बाहर विज्ञापन नहीं लगाया जा सकेगा। रेलवे के एक अधिकारी ने कहा, यह चल विज्ञापन है और इसका मतलब है कि ग्राहक को इसमें अधिक प्रचार मिलेगा। मालगाड़ियां पूरे देश में भ्रमण करती है, ऐसे में ठेका लेने वाली कम्पनी को विज्ञापन का अधिक लाभ मिलेगा। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि रेलवे ने वित्त वर्ष 2017-18 और 2018-19 के दौरान क्रमशः 204.10 करोड़़ रुपये और 223.53 करोड़़ रुपये की कमाई की है। अधिक राजस्व हासिल करने के लिए रेलवे ने मोबाइल संपत्ति, घर से बाहर विज्ञापन, रेल प्रदर्शन नेटवर्क और मांग पर सामग्री जैसे स्रोतों से गैर-किराया राजस्व उत्पन्न करने के लिए नीतियां जारी की है। इससे हर साल रेलवे को अच्छाखासा राजस्व मिलने की उम्मीद है।