barddhaman station : रेलवे के पास नहीं नाम बदलने का प्रस्ताव

-गृह मंत्रालय ने नहीं मांगी बर्धमान रेलवे स्टेशन (barddhaman station) का नाम बदलने की एनओसी
-राजेन्द्र एस.-
(Bureau Chief)

नई दिल्ली। रेलवे ने मंगलवार को कहा कि बर्धमान रेलवे (barddhaman station) स्टेशन का नाम बदलने का कोई प्रस्ताव नहीं है। बर्धमान रेलवे स्टेशन पूर्वी रेलवे के अंतर्गत आता है। एक महीने पहले गृह राज्य मंत्री ने कहा था कि स्वतंत्रता सेनानी बटुकेश्वर दत्त के नाम पर बर्धमान स्टेशन (barddhaman station) का नाम रखा जाएगा। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा था कि पश्चिम बंगाल में बर्धमान स्टेशन का नाम दत्त के नाम पर किया जाएगा। पटना में दत्त के आजादी के बाद के मकान का दौरा करने के बाद उन्होंने यह टिप्पणी की थी। अंडमान निकोबार द्वीप समूह में कैद से रिहाई के बाद वह वहां बस गए थे। दत्त का जन्म बर्धमान में हुआ था। दिल्ली में नेशनल लेजिस्लेटिव एसेंबली में बम फेंकने के लिए ब्रिटिश सरकार ने उनपर मुकदमा चलाया था। मामले में क्रांतिकारी भगत सिंह को भी मुकदमे का सामना करना पड़ा था। सिंह को मौत की सजा सुनाई गई थी, जबकि दत्त को उम्रकैद की सजा दी गई थी। दोनों हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन के सदस्य थे।

स्टेशनों के नाम बदलने का अधिकार रेलवे के पास नहीं

रेल मंत्रालय (rail ministry) के एक बयान में कहा गया है कि स्टेशनों के नाम बदलने का अधिकार उसके पास नहीं है। मौजूदा दिशा-निर्देश के तहत केवल गृह मंत्रालय, केंद्र सरकार के पास रेलवे के स्टेशनों के नाम बदलने को मंजूरी देने का अधिकार है। रेल मंत्रालय, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत के महासर्वेक्षक और डाक विभाग से एनओसी के बाद संबंधित राज्य सरकार की सिफारिश पर ऐसा होता है। रेल मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि गृह मंत्रालय ने बर्धमान रेलवे स्टेशन का नाम बदलने के लिए एनओसी का अनुरोध नहीं किया है। रेलवे केवल नाम बदलने के अनुरोध पर अपनी टिप्पणी देता है। इसलिए रेलवे के पास फिलहाल बर्धमान रेलवे स्टेशन का नाम बदलने का कोई प्रस्ताव नहीं है।