Barddhaman railway station: बर्धमान का नाम बटुकेश्वर दत्त परं

-अजय डागा-
(Bureau Chief)

कोलकाता। स्वतंत्रता संग्राम में शहीद भगत सिंह के साथी वीर क्रांतिकारी बटुकेश्वर दत्त के नाम पर पश्चिम बंगाल के बर्धमान रेलवे स्टेशन (Barddhaman railway station) का नाम बदला जाएगा। केन्द्र सरकार की इस घोषणा पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि बर्धमान रेलवे स्टेशन (Barddhaman railway station) का नाम बदलने की उन्हें जानकारी नहीं हैं। पूर्व रेल मंत्री बनर्जी ने कहा कि बर्धमान रेलवे स्टेशन (Barddhaman railway station) का नाम बदलने के प्रस्ताव को लागू करने से पहले उनकी सरकारी की मंजूरी आवश्यक है।

भगत सिंह के साथी थे बटुकेश्वर दत्त

शहीद बटुकेश्वर दत्त (Batukeshwar dutt) की पुण्य तिथि पर केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बर्धमान रेलवे स्टेशन का नाम बदलने की घोषणा की थी। शहीद बटुकेश्वर दत्त के परिवार में उनकी बेटी भारती बागची इकलौती परिजन हैं। बटुकेश्वर 18 नवंबर 1910 बर्धमान में जन्मे, लेकिन बाद में बिहार चले गए थे। वे हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन से जुड़े हुए थे। दत्त ने अमर शहीद भगत सिंह (bhagat singh) के साथ आठ अप्रेल 1929 को नेशनल एसेंबली में बम फोड़ कर पर्चे बांटे। उन्हें गिरफ्तार किया गया। भगत सिंह को फांसी दी गई तो बटुकेश्वर को उम्रकैद । उन्हें अंडमान-निकोबार स्थित जेल भेज दिया गया। वे 1945 में रिहा हुए और पटना में बस गए। 20 जुलाई 1965 को बटुकेश्वर की मृत्यु दिल्ली एम्स में हो गई। यहां एक कॉलोनी उनके नाम पर बनाई गई है।

Barddhaman railway station: नाम बदलने की जानकारी नहीं

ममता बनर्जी (mamta banrjee) ने कहा कि राज्य सरकार को बर्धमान रेलवे स्टेशन का नाम बदलने के केंद्र के प्रस्ताव की जानकारी नहीं है। केन्द्र ने उससे इस विषय पर संपर्क भी नहीं किया है। मुख्मयंत्री ने यहां राज्य सचिवालय में संवाददाताओं से कहा, मैं दो बार रेल मंत्री थी। यदि आप किसी स्टेशन का नाम बदलना चाहते हैं तो आपको राज्य सरकार से उस प्रस्ताव पर मंजूरी लेना आवश्यक होता है। यही व्यवस्था है। व्यवस्था के हिसाब से केंद्र सरकार का काम नाम का प्रस्ताव रखना होता है और राज्य सरकार उसे मंजूरी देी है।