बीकानेर। यात्री सुविधा के लिए बीकानेर रेलवे स्टेशन पर लगाई गई ऑटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीन (ticket vending machine) एटीवीएम दुविधा बन गई है। पिछले काफी समय से बीकानेर स्टेशन पर लगी ये टिकट वेंडिंग मशीनें (ticket vending machine) ढंग से काम नहीं कर रही। आए दिन खराब रहने से यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है। उत्तर पश्चिम रेलवे जोन में वर्ष 2015 में यात्री सुविधा बढ़ाने के लिए ऑटोमेटिक टिकट वेंडिग मशीन लगाई गई थी। जोन के विभिन्न स्टेशनों पर एटीवीएम (ticket vending machine) लगाने का उद्देश्य यात्रियों को टिकट बुकिंग विंडो की लम्बी कतार से मुक्ति दिलाना था। शुरू में इसका फायदा भी मिला लेकिन एक साल बाद ही ये मशीनें हांफने लगी।
कुछ तो स्थायी रूप से खराब
बीकानेर रेलवे स्टेशन पर तीन वेडिंग मशीन लगी हैं जिनमें से आए दिन कोई न कोई खराब रहती है। फिलहाल प्लेटफार्म संख्या एक पर एक मशीन स्थायी रूप से बंद पड़ी है और दूसरी मशीन को फेसिलिटेटर येन केन प्रकारेण चला हैं। कई बार तो मुख्य प्रवेश द्वार व द्वितीय प्रवेश द्वार पर लगी तीनों ही मशीनें काम करना बंद कर देती है और ऐसा महीने में दो-तीन बार हो जाता है।
यूं होती है यात्री को परेशानी
बीकानेर रेलवे स्टेशन से यात्रा शुरू करने वाले एटीवीएम से टिकट निकलवाने के लिए फेसिलिटेटर से सम्पर्क करते हैं। तब उन्हें बताया जाता है कि मशीन खराब है। ऐसे मे वे टिकट विंडो पर कतार में खड़े होकर टिकट खरीदते हैं। कई बार ऐन वक्त पर आने वाले यात्रियों की लम्बी कतार के कारण ट्रेन छूटने का भी डर रहता है, ऐसे में वे या तो बिना टिकट खरीद ट्रेन में चढ़ते हैं या टिकट खरीदने के चक्कर में उनकी ट्रेन छूट जाती है। इस बारे में लोगों ने कई बार उच्चाधिकारियों को शिकायत भी की लेकिन तकनीकी कारण बताकर अधिकारी भी पल्ला झाड़ लेते हैं।
इनका कहना है
एटीवीएम जिस कम्पनी ने लगाई, ठीक करना भी उनकी जिम्मेदारी है, लेकिन कम्पनी की ओर से लापरवाही बरतने की बात सामने आई है। इसको दिखवाते हैं।-जितेन्द्र मीणा, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य