नई दिल्ली। रेलवे ने गुरुवार को कहा कि अत्यंत गंभीर चक्रवात तूफान फेनी के कारण बीते दो दिन में करीब 300 ट्रेनों को रद्द किया गया है जबकि प्रभावित क्षेत्रों में फंसे यात्रियों को निकालने के लिए तीन विशेष ट्रेन सेवा में लगाई गई हैं। उधर, अधिकारियों का कहना है कि चक्रवात के ओडिशा, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल को प्रभावित करने की संभावना है। चक्रवात के शुक्रवार को ओडिशा में पुरी के दक्षिणी भाग से टकराने की संभावना है। रेलवे ने कहा कि अगर प्रस्तावित यात्रा के तीन दिन के भीतर टिकट रद्द करने के लिए पेश किया जाता है तो वह यात्रियों को रद्द ट्रेन या रूट बदलने वाली ट्रेन के लिए पूरा पैसा वापस करेगा। रेलवे ने बुधवार को डेढ़ सौ ट्रेनें रद्द की हैं। रद्द ट्रेनों में हावड़ा-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस, पटना-एनार्कुलम एक्सप्रेस, नई दिल्ली-भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस, हावड़ा-हैदराबाद ईस्ट कोस्ट एक्सप्रेस, भुवनेश्वर- रामेश्वरम एक्सप्रेस शामिल हैं। नई दिल्ली-भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस, नई दिल्ली-पुरी नंदन कानन एक्सप्रेस, पुरी-नई दिल्ली पुरुषोत्तम एक्सप्रेस और नई दिल्ली-पुरी पुरुषोत्तम एक्सप्रेस ट्रेनों जिन्हें गुरुवार को अपनी यात्रा शुरू करनी थी, को रद्द करना पड़ा। रेलवे ने सभी जोनों के संभागीय प्रबंधकों को निर्देश जारी किए कि भद्रक(ओडिशा)-विशाखापट्टनम खंड की दोनों दिशाओं में यात्रियों को ट्रेनें रद्द किए जाने, गंतव्य से पहले यात्रा खत्म किए जाने और ट्रेनों का मार्ग बदलने जाने के बारे में जानकारी हेतु महत्वपूर्ण स्टेशनों पर बार बार घोषणाएं की जाएं। रेलवे ने अब तक प्रभावित क्षेत्रों से यात्रियों को लाने के लिए तीन पर्यटक विशेष ट्रेनों की घोषणा की है। एक विशेष ट्रेन दिन में 12 बजे पुरी से शुरू होगी जो कोलकाता के शालीमार की तरफ जाएगी। इसमें आरक्षित एवं अनारक्षित डिब्बे हैं। यह ट्रेन खुर्दा रोड, भुवनेश्वर, कटक, जाजपुर, केन्दुझार रोड, भद्रक, बालेश्वर और खडग़पुर स्टेशन पर रुकेगी। दो अन्य विशेष ट्रेनें पुरी से हावड़ा जाएंगी।
खाने-पीने के सामान की व्यवस्था
इससे पहले बुधवार को, रेलवे ने निर्देश दिया था कि सभी प्रमुख स्टेशनों के स्टॉलों पर सूखे खाने का सामान, जनता खाना और पीने के पानी की बोतलों को पर्याप्त संख्या में उपलब्ध कराया जाए। रेलवे ने कहा, आपातकाल नियंत्रण विभाग चौबीसों घंटे काम कर रहा है और वह हेल्पलाइन नंबर के जरिए यात्रियों की मदद कर रहा है। किसी भी कर्मचारी को अगले तीन दिन छुट्टी पर नहीं जाने को कहा गया है। आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए देश की शीर्ष संस्था राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) ने बुधवार को चक्रवात फोनी की तैयारियों की समीक्षा की थी।