एनडब्ल्यूआरईयू लालगढ़ वर्कशाॅप शाखा के मुश्ताक अध्यक्ष,दिनेश सचिव

बीकानेर। नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलाईज यूनियन (एनडब्ल्यूआरईयू nwreu) की लालगढ़ वर्कशाॅप शाखा के चुनाव आज हुए। इसमें बड़ी संख्या में नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलाईज यूनियन के सदस्यों ने भाग लिया। लालगढ़ शाखा के पूर्व अध्यक्ष रमजान अली भुट़टा के सेवानिवृत होने पर चुनाव लम्बित थे। बुधवार को सर्वसम्मति से चुनाव हुए जिसमें मुश्ताक अली को शाखा अध्यक्ष,दिनेश सिंह को शाखा मंत्री सचिव,विजय श्रीमाली व लूणकरण को शाखा उपाध्यक्ष,रामेश्वर लाल को शाखा कोषाध्यक्ष पद पर चुना गया। इसी प्रकारविनोद कुमार,अमरनाथ,कैलाश सोलंकी,राजकुमार खुराव,मो.फारूख को कार्यकारिाणी का सदस्य बनाया गया है। नये पदाधिकारियों का वर्कशाखा के मुख्य द्वार पर भव्य स्वागत किया गया। पदाधिकारियों के लालगढ़ वर्कशाप पर पहुंचते ही लोगों ने गुलाब के फूलों की बरसात कर स्वागत किया। एनडब्ल्यूआरईयू ( nwreu) के कार्यकारी अध्यक्ष और ऑल इंडिया रेलवे मैन्स फेडरेशन की वर्किंग कमेटी के सदस्य मण्डल अनिल व्यास ने लालगढ़ वर्कशाप शाखा की नई कार्यकारिणी को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने उम्मीद जताई है कि मुश्ताक अली सभी सभी सदस्यों को साथ लेकर चलेंगे और कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान में अग्रणी भूमिका निभाएंगे।

रेलगाड़ी में लूट करने वाला गिरोह गिरफ्तार,डेढ़ करोड़ रुपए बरामद

भोपाल। रेलवे पुलिस ने नकली पुलिस बनकर महानगरी एक्सप्रेस में गत 13 मार्च को रेलगाड़ी में लूट करने वाले गिरोह के चार सदस्यों को आज गिरफ्तार कर लिया। रेलवे पुलिस ने उनके कब्जे से एक करोड़ 51 लाख रुपए से अधिक की नकद राशि बरामद की है। मध्यप्रदेश रेलवे पुलिस के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अरूणा मोहन राव ने यहां संवाददाताओं को बताया कि गत 13 मार्च को महानगरी एक्सप्रेस में चोरी हुए मामले में दो फरियादियों की शिकायतों पर हमने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से एक करोड़ 51 लाख 60 हजार रुपए नकद बरामद किए है। गिरफ्तार आरोपियों में अक्षय कुन्दवानी, देवेश कुन्दवानी, संजय जाटव एवं नारायण आहुजा शामिल हैं। अरूणा ने बताया कि रेलवे पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज एवं सायबर सेल की तकनीकी सहायता से इन्हें गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा कि रेलवे पुलिस कीओर से की गई इस कार्रवाई के साथ-साथ एसटीएफ की ओरसे भी अलग एंगल से इस घटना की जांच करवाई जाएगी। इससे यह पता करने में आसानी होगी कि ट्रेन में चोरी की गई धनराशि किस उद्देश्य से लाई जा रही थी। साथ यह राशि वैध है या अवैध, इस पहलु की भी जांच की जाएगी।